Funny Shayari
तेरा प्यार पाने के लिए
मैंने कितना इंतज़ार किया,
और उस इंतज़ार में न जाने
कितनों से प्यार किया।
जिसे कोयल समझा वो कौवा निकला,
दोस्ती के नाम पर हौवा निकला,
जो रोकते थे हमें शराब पीने से,
आज उन्हीं की जेब में पौवा निकला।
हम उसके इश्क में
इस कदर चोट खाए हुए हैं,
कल उसके बाप ने मारा था
आज भाई आये हुए हैं।
बहुत खूबसूरत हो तुम फूल की तरह,
खुद को दुनिया कि नजर से बचाया करो,
सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं,
गले में नीम्बू-मिर्ची भी लटकाया करो।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
तेरी गर्लफ्रेंड गई बाजार,
उसको मिल गया दूसरा यार,
उसके संग वो हो गई फरार,
अब तू बैठ के मक्खी मार।
मोहब्बत न सही मुकदमा ही कर दे,
तारीख-दर-तारीख मुलाकात तो होगी।
काश तुझे लग जाये मोहब्बत की ठंड,
और तू माँगे मुझे कम्बल की तरह।
उसने जिस-जिस जगह रखे कदम,
हमने वो जमीन चूम ली,
और वो बेवफा घर आकर कहती है,
आपका लड़का मिट्टी खाता है।
जब तू होती थी मेरी ज़िन्दगी में,
तो तेरे मेरे इश्क के चर्चे बहुत थे,
ये भी अच्छा हुआ कि तू चली गयी,
क्योंकि तेरे खर्चे ही बहुत थे।
मय्यत पे मेरी आए हैं कुछ इस अदा से वो,
सब उन पे मर मिटे हैं मुझे तन्हा छोड़ के।
आपकी स्माइल ने सारा सिस्टम हिला दिया,
कोमा से जागे मरीज को परमानेंट सुला दिया।
लड़कियों से प्यार न करना क्योंकि,
ये दिखती हैं हीर की तरह,
लगती हैं खीर की तरह,
दिल में चुभती हैं तीर की तरह,
और छोड़ देती हैं फकीर की तरह।
रोया है फ़ुर्सत से कोई सारी रात यकीनन,
वर्ना रुख़सत-ए- मार्च में यहाँ बरसात नहीं होती।
ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डाला होता,
अब कैसे पता करूँ कि कौनसी वाली याद कर रही है।
मत कर मेरे दोस्त हसीनों से मोहब्बत,
वो तो आँखों से वार करती हैं,
मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है,
वो तो मुझसे भी प्यार करती है।
हवा का झोंका आया
तेरी खुशबू साथ लाया,
मैं समझ गया कि तू
आज फिर नहीं नहाया।
अगर हसीन तुम हो तो बुरे हम भी नहीं,
महलों की तुम हो तो सड़कों पर हम भी नहीं,
प्यार करके कहते हो कि शादी-शुदा हैं हम,
तो कान खोल के सुन लो कुआँरे हम भी नहीं।
इस सर्दी की ठंडक मेरे दिल में उतर गई है,
इसी वजह से मेरी शायरी जम सी गयी है।
पलट दूँगा सारी दुनिया मैं ऐ खुदा,
बस रजाई से निकलने की ताकत दे दे।
जवानी के दिन चमकीले हो गए,
हुस्न के तेवर भी नुकीले हो गए,
हम इज़हार करने में रह गए,
उधर उनके हाथ पीले हो गए।
हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब,
ज़मीन मिली तो बंजर और एडमिन मिला तो कंजर।
न छेड़ा करो बात-बात पे एडमिन को यारो,
पूरे ग्रुप में उसकी बेइज्जती खराब होती है।
जब सफेद साड़ी पे लाल बिंदी लगाती हो,
कसम से एम्बुलेंस नजर आती हो,
वो तो घायलों को लेकर जाती है,
और तुम घायल कर के जाती हो।
माना जल्दबाजी में शादी करके जीवन बिगाड़ लोगे,
सोच समझ कर करोगे तो कौन सा तीर मार लोगे।
किस-किस का नाम लें अपनी बरबादी में,
बहुत लोग आये थे दुआएं देने शादी में।
आसमान में काली घटा छाई है,
आज फिर तूने गर्लफ्रेंड से मार खाई है,
मगर इसमें तेरी गलती नहीं है दोस्त,
तू शकल से लगता कालू हलवाई है।
अपनी राह खुद चुनो दिल जो कहे वही करो,
अपने पीछे वालों को आगे मत जाने दो,
और जो आगे हैं उनसे भी आगे निकलो,
तभी एक अच्छे रिक्शा वाले बन पाओगे।
इश्क करते हैं लोग बड़े शोर के साथ,
हमने भी किया था बड़े जोर के साथ,
मगर अब करेंगे जरा गौर के साथ,
क्यूँकि कल देखा था उसे किसी और के साथ।
चली जाती है वो ब्यूटी पार्लर में यूं,
उनका मकसद है मिशाल-ए-हूर हो जाना,
अब कौन समझाये इन पागल लड़कियों को,
मुमकिन नहीं किशमिश का अंगूर हो जाना।
दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा लड़की का बाप क्या जाने।
तारीफ के काबिल हम कहाँ,
चर्चा तो आपकी चलती है,
सब कुछ तो है आपके पास,
बस सींग और पूंछ की कमी खलती है।
इस दिल को तो एक बार को,
बहला कर चुप करा लूँगा,
पर इस दिमाग का क्या करूँ,
जिसका तुमने दही कर दिया है।
दूध माँगोगे तो हम खीर देंगे,
दूध फट गया तो पनीर देंगे।
कुछ न कुछ देंगे जरूर...
वफ़ा ढूढ़ने निकले थे ग़ालिब,
क्या मस्त मौसम आया है,
हर तरफ पानी ही पानी लाया है,
तुम घर से बाहर मत निकलना,
वर्ना लोग कहेंगे बरसात हुई नहीं
और मेंढक निकल आया है।
सफ़र लम्बा है दोस्त बनाते रहिये,
दिल मिले ना मिले हाथ बढ़ाते रहिये,
ताजमहल न बनाईये महंगा पड़ेगा,
मगर हर तरफ मुमताज़ बनाते रहिये।
शाम होते ही मेरा दिल उदास होता है,
टूटे ख्वाबों के सिवा कुछ न पास होता है,
तुम्हरी याद ऐसे वक़्त बहुत आती है,
जब कोई बन्दर आस-पास होता है।
मोहब्बत हमने उसी दिन
छोड़ दी थी ग़ालिब,
जब उसने कहा था कि
पप्पियों के पैसे अलग
और झप्पियों के अलग।
प्यार-मोहब्बत की भी अजीब सी कहानी है,
इक टूटी हुई कश्ती, ठहरा हुआ पानी है,
इक फूल जो किताबों में दम तोड़ चुका है,
साला याद नहीं आता किसकी निशानी है?
धोखा मिला जब प्यार में हमें,
ज़िन्दगी में उदासी छा गई,
सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,
पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गई।
वो बेवफा होती तो यारों और बात थी,
उसकी वफ़ा से ही मेरे दिल में ज़ख्म है,
हर दूसरे दिन उसका मैसेज आ जाता है,
मोबाइल रिचार्ज करा दो जानू!
बैलेंस ख़त्म है।
जब देखा उन्होंने अपनी तिरछी नजर से,
कसम खुदा की मदहोश हो गए हम,
जब पता चला उनकी नजर ही तिरछी है,
तो वही खड़े खड़े बेहोश हो गए हम।
मेरी ख़ुशी के लम्हें किस कदर मुख़्तसर हैं फ़राज़,
अभी मुजरा शुरू ही हुआ था कि छापा पड़ गया।
जरा सी देर के लिए चारपाई पे लेटे थे फ़राज़,
मगर किसी उल्लू के पट्ठे ने जनाजा पढ़ दिया।
मेरा दोस्त मुझसे यह कह कर दूर चला गया फ़राज़,
कि दोस्ती दूर की अच्छी रोटी तंदूर की अच्छी।
एक बूँद से कभी सागर नहीं बनता,
रात दिन रोने से मुक़द्दर नहीं बनता,
पटाना है तो पूरा गर्ल्स-होस्टल पटाओ,
एक लड़की पटाने कर कोई सिकंदर नहीं बनता!!
जब कभी धोखा मिल जाता है प्यार में,
जिंदगी में एक उदासी छा जाती है,
सोचते हैं छोड़ देंगे इस ज़ालिम दुनिया को,
पर तब तक दूसरी पसंद आ जाती है।
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