1. मित्र वो है जिसके शत्रु वही हैं जो आपके शत्रु हैं .
2. औरत ही एक मात्र प्राणी है जिससे मैं ये जानते हुए भी की वो मुझे चोट नहीं पहुंचाएगी , डरता हूँ .
3. प्रजातंत्र लोगों की , लोगों के द्वारा , और लोगों के लिए बनायीं गयी सर्कार है .
4. अगर कुत्ते की पूँछ को पैर कहें , तो कुत्ते के कितने पैर हुए ? चार . पूछ को पैर कहने से वो पैर नहीं हो जाती .
5. मैं जो भी हूँ , या होने की आशा करता हूँ , उसका श्रेय मेरी माँ को जाता है .
6. हमेशा ध्यान में रखिये की आपका सफल होने का संकल्प किसी भी और संकल्प से महत्त्वपूर्ण है.
7. शत्रुओं को मित्र बना कर क्या मैं उन्हें नष्ट नहीं कर रहा ?
8. अगर शांती चाहते हैं तो लोकप्रियता से बचिए .
9. साधारण दिखने वाले लोग ही दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं : यही वजह है कि भगवान ऐसे बहुत से लोगों का निर्माण करते हैं.
10. किसी वृक्ष को काटने के लिए आप मुझे छ: घंटे दीजिये और मैं पहले चार घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाऊंगा .
11. यदि आप एक बार अपने साथी नागरिकों का भरोसा तोड़ दें , तो आप फिर कभी उनका सत्कार और सम्मान नहीं पा सकेंगे.
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